महिलाओं की बात ही कुछ और है

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हर पल जीवन का सँवार कर
नारी भर देती है गागर में सागर
जहाँ जहाँ पहुँच सकते हैं भास्कर
तोड़ लाती ये तारे वहाँ जाकर
ये छाई रहती हर डगर,हर पहर
क्योंकि इनके बिना नहीं है गुजर-बसर
इसीलिए कहते हैं
महिलाओं की बात ही कुछ और है…

दिनचर्या इनकी बड़ी व्यस्त रहती है
सूरज के साथ उठती हैं
चाँद का भी साथ देती हैं
कहीं कुछ छूट न जाए
कोई काम अधूरा न रह जाए
पैरों में चकरी लगाए रहती हैं
इसीलिए कहते हैं
महिलाओं की बात ही कुछ और है…

गृहणी हो या नौकरीपेशा
खून पसीना एक कर देती
भई,इनकी तो कोई सानी नहीं
काम छोटा या बड़ा कैसा भी हो
क्या कहा ? इनके काम में गलतियाँ ?
गलतियाँ तो बस ढूंढते ही रह जाओगे
इसीलिए कहते हैं
महिलाओं की बात ही कुछ और है…

सुंदर सुघड़ सुनैना गौरवर्णी होती हैं
पर सौम्य,शालीन, अनुशासित भी होती
समाजसेवी, सहयोगी, देशप्रेमी होती
हर सुदामा के लिए कृष्ण बन जाती
राजनीति में भी दख़ल ये रखती
जहाँ खड़ी हो जाती,पीछे कतार लग जाती
इसीलिए कहते हैं
महिलाओं की बात ही कुछ और है…

पुरुषों के कंधों से कंधा मिला कर चलती हैं
डॉक्टर,इंजीनियर, शिक्षक,सैनिक बनती
हर क्षेत्र में परचम हैं लहराती
पर सबसे पहले ये माँ जीजाबाई सी होती
संतान को ख़ुद से भी काबिल बना कर ही दम लेती
क्योंकि शिक्षा के साथ संस्कार भी ये देती हैं
इसीलिए कहते हैं
महिलाओं की बात ही कुछ और है…

सरला मेहता

इंदौर म प्र

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।