हिंदी लेख माला के अंतर्गत डॉ. वेदप्रताप वैदिक यदि हमारे कानून संसद में मूल रूप से हिंदी में बनने लगें तो सभी भारतीय भाषाओं में उनका अनुवाद काफ़ी सरल हो जाएगा। यदि न्याय-व्यवस्था का हमें भारतीयकरण करना है तो सबसे पहले उसे अंग्रेज़ी के शिकंजे से मुक्त करना होगा। भारत […]
Uncategorized
साहित्य जगत ने कहा ताउम्र हिन्दी के लिए संघर्ष करते रहे डॉ. वैदिक मातृभाषा उन्नयन संस्थान एवं श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति ने किया आयोजन इंदौर (9 अप्रैल)। हिन्दीयोद्धा, वरिष्ठ पत्रकार, मातृभाषा उन्नयन संस्थान के संरक्षक डॉ. वेदप्रताप वैदिक को रविवार को शिवाजी सभागार में साहित्य जगत ने शब्दांजलि अर्पित […]