जाने-अनजाने ही जुड़ गई तुमसे मेरी हर अभिलाषा तुम्हें समर्पित मेरा जीवन अर्पण तुमको ही हर आशा मन-मंदिर में जो स्थापित है रत्न-जड़ित वो मूर्ति हो मेरे बहुरंगी स्वप्नों की तुम ही इच्छित पूर्ति हो जब भी घोर निराशा छाए देती तुम्हीं मुझे दिलासा तुम्हें समर्पित मेरा जीवन अर्पण तुमको […]
bharat
याद गुज़रे ज़माने आ गए क्या फिर यादों के बादल छा गए क्या ===================== अक्स मेरा उभरा जब यकायक आईना देखकर शरमा गए क्या ===================== महफिल छोड़के जाने लगे हो मेरे आने से तुम घबरा गए क्या ====================== बेरूखी बेसबब होती नहीं है मुहब्बत से मेरी उकता गए क्या ====================== […]
बस कुछ कर गुज़रना चाहता हूँ ज़माने को बदलना चाहता हूँ ====================== जहां को रोशनी देने की खातिर बनके शम्स जलना चाहता हूँ ====================== ठहर जाने का मतलब मौत ही है मैं सारी उम्र चलना चाहता हूँ ====================== रगों में दौड़ते जोश-ओ-जुनूं से नया इतिहास लिखना चाहता हूँ ====================== मरकर […]