अपने और सच्चे, कभी भी साथ नही छोड़ते हैं.. चाहे जैसी मुसीबत हो,साथ में होते हैं। परीक्षा जो लो, मुसीबत में मुँह नहीं मोड़ते हैं, वे तो मतलबी.. यार है जो समय बदलते ही अपनों से रिश्ता तोड़ लेते हैं। ये दोस्त यार नहीं, मतलब परस्त ही लोग होते हैं, […]
निर्भया देश की बेटी थी, है और हमेशा ही रहेगी.. तुम्हारे दुख दर्द की पीड़ा, हर किसी के दिल में रहेगी। उस पर किए गए दुष्कर्म, दुराचारअत्याचार के.. एक दो चार छः लोगों, को अपराधी नहीं मान सकते हैं। दोषी तो वह सभी हैं, जो कहते हैं मेरे हाथ.. कानून […]
दीपक जलता है, रोशनी के लिए.. प्यार होता है, तड़पने के लिए। दीपक के संग, जलती है बाती.. प्यार के संग, चलती है पाती। तेल,दिया और बाती, आग की लौ से जलते हैं.. अधेरे को दूर कर रोशनी करते हैं। प्रकाश फैलाते, कभी-कभी हवा के.. झोके आ जाते हैं, रोशनी […]
मुझे प्यार है, खेत से खलिहान से, मेहनती किसान से जो खेतों से उगाकर, देता है अनाज को। मुझे प्यार है, धरती से, धरती.. की शान से जो हर मौसम में सजी रहती है परिधान से। मुझे प्यार है, गरीब मजदूर से , जो ठंड गर्मी बरसात में.. पसीना बहाता […]
माँ को तड़पता सिसकता कराहता देख मन विचलित हो जाता है, आँखों में आंसू नहीं मन तड़प जाता है। मां की जिन्दगी के अंतिम पड़ाव का ये हाल देखा नहीं जाता है, दर्द दिल का सहा नहीं जाता है। अन्न जल मोह माया सभी तो त्याग दिया है, सांसों ने […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।