मतदान कीजिये… बेहतर और मजबूत लोकतंत्र के निर्माण लिए अपने क्षेत्र और देश के सर्वांगीण विकास के लिए उस सपने को साकार करने के लिए जिसे आपने वर्षों से संजोया है चुनिए… मजबूत संकल्प शक्ति रखनेवाले उम्मीदवार को जो संसद में आपकी आवाज बन सके आपकी उम्मीदों पर खरा उतर […]

हमारे देश के व्रत त्योहार हमारी गौरवशाली परंपरा और संस्कृति का दर्पण हैं। देश की अनेकता में एकता की जो झाँकी दिखाई देती है उसमें हमारी समृद्ध परंपराओं और पर्वों का विशेष योगदान है। पहले तो गांवों में वसंत पंचमी से ही फागुनी गीतों की बयार बहने लगती थी। महीने […]

खतों की बात पुरानी हो चली… वो भी क्या दिन थे जब खतों में दिल का हाल लिखा जाता था…कोरे कागज पर जज़्बात उकेरे जाते थे.. लफ़्जों में अहसास पिरोये जाते थे… पढ़ने वाला भी उसी शिद्दत से हर्फ़ दर हर्फ़ महसूस करता था…खत भेजने में भी वही शिद्दत होती […]

एक बार एक कार से स्कूटर की टक्कर हो गई। जो नौजवान कार चला था बाहर निकलकर स्कूटर वाले को गुस्से में बोला…’मैं गोवा के पुलिस कमिश्नर का बेटा हूँ’…स्कूटर वाले ने मुस्कुराते हुए कहा…’मैं गोवा का मुख्यमंत्री हूँ…’ ऐसे ही थे मनोहर पर्रिकर। हर कोई उनकी सादगी का कायल […]

एक नारी को बेटी, बहन, पत्नी और माँ के रूप में सृष्टि का अद्भुत वरदान प्राप्त है। इस देश में मातृशक्ति के रूप में नारी की पूजा की जाती है। जिस मिट्टी में हमने जन्म लिया वह भारत माता कहलाती है। माता पिता के समस्त संचित पुण्यकर्मों के फल के […]

डा. स्वयंभू शलभ ‘यंग इंडिया चेंज मेकर अवार्ड 2019’ से नवाजे जाएंगे। यंग इंडिया फाउंडेशन द्वारा यह अवार्ड उन्हें  ‘कल्चरल एक्टिविज्म एवं सोशल रिफोर्मेशन’ हेतु प्रदान किया जाएगा। इसकी घोषणा करते हुए यंग इंडिया फाउंडेशन के चेयरमैन विपुल शरण श्रीवास्तव ने कहा कि हमें गर्व है कि डा. शलभ सर […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।