रिश्तों के एक शहर को,बसाने की बात कर, रुठे हुए दिलों को, मनाने की बात कर। हाथों में हाथ ले के,बढ़ना ओ साथी मेरे, भारत की अस्मिता को,बचाने की बात कर। बढ़कर के जिंदगी में,जिंदादिली के साथ, आपस के बैर अब तो,भुलाने की बात कर। भारत का शौर्य सोया,रिपु वंश […]