शब्द-शब्द ब्रह्म है, हर अक्षर अखंड है। वाणी की सुचिता, तेजस्विता प्रचंड है॥ ओज में,मौज में, ज्ञान की खोज में। प्रेम में पुकारती, भारती की आरती। वर्णों का थाल ले, मात्राएँ उतारती॥ छंद में,बंध में, जिंदगी का गान है। हिंद की पहचान है, हिंद का सम्मान है॥ तुलसी, मीरा, सूर,कबीरा। […]