कुछ ख़ास नहीं बस दिल करता है, तेरे संग जीने मरने का मन करता है। जब सामने तेरा चाँद सा मुखड़ा, आँखे नीली सागर सी। होंठ तेरे एक शराब का प्याला, तू लगती मधुशाला सी। कुछ ख़ास नहीं बस दिल करता है, तेरे संग जीने मरने का दिल करता है। […]
रफ़्ता रफ़्ता चल , ऐ जिंदगी। तुझे दूर तलक जाना है ।। मदहोशी का आलम , ऐ जिंदगी। तुझे अभी संभल कर चलना है।। बेशर्म सी खामोसी , ऐ जिंदगी। खोना नहीं सँभलना है।। क्या है तकदीर की अगली चाल ,पता नही। बिछा बेईमानी का जाल जो पता नहीं।। मगरूर […]
मेरी मातृ भाषा ही मेरी जननी की भाषा है, हे श्रेष्ठ मानव ! बस इतनी अभिलाषा है । मातृ भाषा का प्रचार करो, अंग्रेजी का अब त्याग करो। हिन्दी अपने हिन्द की भाषा, […]
किसी काम के नहीं पिता अब पड़े हुये हैं कोने में बड़ी नखरची मिली बहुरिया रोज बदलती भाषा नहीं समय पर रोटी-पानी बढ़ती रोज निराशा लगे है ऐसे गयी रोशनी आँसू आँख भिगोने में परछाई भी आती-जाती घर के अंदर-बाहर घुड़क रही है ऐसे देखो जैसे गरजे नाहर पिचकी आँते […]
दर्द तेरी वेदना का चीखता-सा एक स्वर हूँ। बंद द्वारे पर खटकती अनमनी-सी साँकलें हूँ॥ उत्तरों से हूँ उपेक्षित प्रश्नबन्दी की हदें हूँ। ढूंढ पाना बहुत मुश्किल मैं जुगनूओं का शहर हूँ॥ हूँ हवा का एक झौंका मरुथली प्यासी नदी हूँ। खेत-खलिहानों को पढ़ता गढ़ रहा आधी सदी हूँ॥ मंदिरों […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।