मित्रों,आज विश्व रचनात्मकता दिवस पर बात अपने-अपने भीतर छुपी रचनात्मकता की। विधाता की सर्वश्रेष्ठ कृति के नाते हम सबमें कोई- न-कोई रचनात्मकता अवश्य छिपी है। आवश्यकता सिर्फ उसे पहचानने की है। रचनात्मकता सिर्फ लेखन,प्रकाशन,चित्रकारी,कलाकारी, अभिनय,गायन-वादन आदि तक ही सीमित नहीं है। इसका फलक इतना व्यापक है कि, उसे किसी एक […]

जैसे ही सरकार ने नेताओं और अधिकारियों के वाहनो से लाल-पीली बत्ती हटाने की घोषणा की…. हजारों अपात्र नेताओं और अधिकारियों के चेहरे का नूर ही गायब हो गया….कल तक जो लाल-पीली बत्ती का रौब पड़ोसियों और मोहल्ले वालों पर झाड़ते थे….बत्ती देखकर चर्चा करते….अपना पड़ोसी बहुत बड़ा अधिकारी है,तभी […]

प्रीत के उपवन में, मिलन का मधुमास है। खिल रही कली-कली, सुगंध की सुवास है।। ह्रदय में मचल उठी, सोई-सी प्यास है। नयना मतवारे हुए, प्रेम लिए आस है।। मादकता बरस रही, भाव का विलास है। मचल उठी चंचल-सी मोह की मिठास है।। मिलन की रितु छाई, महक लिए मास […]

मेरा सब कुछ मधुकर परिवार, गुरुवर आ जाओ एक बार, मधुकर आ जाओ,गुरु आ जाओ.. गुरु आ जाओ एक बार। मेरी नैया पार लगा जाओ,मेरी बिगड़ी बात बना जाओ, नित ह्रदय करे पुकार,मधुकर आ जाओ एक बार… मेरा सब कुछ मधुकर परिवार,गुरुवर आ जाओ एक बार…l लाखों को दरश दिखाया […]

मोहब्बत में ऐसा कुछ काम कर देंगे, तेरे लिए सुबह को भी शाम कर देंगेl दुनिया भी याद करेगी हमारी प्रेम कहानी, अपनी पूरी जिंदगी तेरे नाम कर देंगेl जो भी नज़ररें उठा के देखेगा तेरी तरफ, तेरी कसम उसी वक़्त कत्लेआम कर देंगेl मांगो तो तेरे लिए मेरी जान […]

माँ चूल्हा,धुँआ,रोटी,और हाथों का छाला है माँ, ज़िन्दगी की कड़वाहट में अमृत का प्याला है माँl माँ पृथ्वी है, जगत है,धुरी है, माँ बिन सृष्टि की कल्पना अधूरी हैl तो माँ की यह कथा अनादी है, अध्याय नहीं है, और माँ  का जीवन में कोई पर्याय नहीं हैl तो माँ […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।