दुःखी धरा की जनता सारी। अब तो आओ कृष्ण मुरारी॥ झूठ खूब फल-फूल रहा है। सच फंदे पे झूल रहा है॥ पशु समान इंसान हुए हैं। डगमग अब ईमान हुए हैं॥ असत्य सत्य पे हुआ भारी। अब तो आओ […]
हमारे देश में आजादी हमको फिर से लाना है, मेरे दिल की सभी बातें सभी को कह सुनाना है…। गए इस देश से अंग्रेज पर शासन उन्हीं-सा है, हमें शासन में भी अपने ही रँग को अब चढ़ाना है…। बहुत कुछ कह चुके हैं हम,बहुत कुछ सुन चुके हैं हम, […]
संजय भारद्वाज……. भाषा का प्रश्न समग्र है। भाषा अनुभूति को अभिव्यक्त करने का माध्यम भर नहीं है। भाषा सभ्यता को संस्कारित करने वाली वीणा एवं संस्कृति को शब्द देनेवाली वाणी है। किसी भी राष्ट्र की सभ्यता और संस्कृति नष्ट करनी हो,तो उसकी भाषा नष्ट कर दीजिए। इस सूत्र को भारत […]
मैं आशा हूँ, मैं किरण हूँ मैं झील हूँ, मैं बहती नदी हूँ। मैं सरोवर में, खिलने वाला कमल हूँ मैं दो दिलों का संगम हूँ, विद्रोहियों का जंगम हूँ। मैं राष्ट्रगान की कद्रगान हूँ, जन-गण-मन का करती गुणगान हूँ मैं बरखा की स्वाति हूँ, मैं आशाओं का दीप हूँ। […]
आज सोचा कुछ हिसाब हो जाए, कुछ लेखा-जोखा खास हो जाए l अपनी ज़िंदगी का रोजनामा बना लूं, थोड़ी खतौनी कर लूं,थोड़ा खसरा कर लूं l बचपन में कितना खेला,क्या खेला, इक चवन्नी का था,वो बाँध का मेला l गुलाब लच्छे,चवन्नी के, हरी चटनी वाली गाज़र अठन्नी […]
घुटुवन के बल जाए के, माखन में अंगुरी डूबाए के कछू खाए रहे,कछू गिराए रहे, माखन चोर लीला रचाए रहे। ग्वाल-बालन के टोली बुलाए के, छींके तक टीला बनवाए के खुद खाए रहे,सबन के खिलाए रहे, माखन चोर उड़दंग मचाए रहे। सब सखन के संग मिलाय के, जमुना के तट […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।