जय भारत उदघोष हुआ था, तोलोलम की चोटी पर… हर बेटा पानी फेर रहा था दुश्मन के बारूद की पेटी पर। जाली बंकर तोड़ घुसे थे, शेर वीर,उन कायर के पाक में बादल काले थे.. जब हौंसले बोले,विक्रम के चढ़ना इतना आसां न था, दुश्मन जहां थे ऊंचे पहाड़ों पर […]
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मैं हूँ सपनों का सौदागर, स्वप्न बेचता हूँ बेचता हूँ,आशाएँ उम्मीदें,अभिलाषाएँ छुपाकर सभी दाग, दिखाकर सब्ज़बाग एक भ्रमजाल बुनता हूँ। मैं हूँ सपनों का सौदागर, स्वप्न बेचता हूँ…………॥ दिखाकर भंगिमाएँ, कर कपोल कल्पनाएँ मिथ्या बुनियादों पर, हवाई किला बनाकर यादें सहेजता हूँ। मैं हूँ सपनों का सौदागर, स्वप्न बेचता हूँ…………॥ […]
फ़ूट डालकर,बाँटा हमको, भारत-पाकिस्तान में। अंग्रेजों ने,टुकड़े कर दिए प्यारे हिन्दुस्तान में॥ मैं हिन्दू,तू मुसलमां, वह सिख,वे ईसाई। जन्म लिया,भारत भूमि में जैसे हो भाई-भाई॥ स्वर्ग-सा सुन्दर,अपना भारत, क्यों बदला श्मशान में? अंग्रेजों ने,टुकड़े कर दिए प्यारे हिन्दुस्तान में॥ समाजसेवा के रूप में, फिर,राजनीति थी आई। क्षुद्र स्वार्थवश,धीरे से फिर […]