मिले सभी को ठौर भटके न कही कोई ईश्वर रहे मेहरबान शान्ति जग में होई रहना है सुरक्षित तो आँख खोल लो भाई कुछ भी खरीदने से पहले उसे तोल लो भाई जागो ग्राहक जागो यही है हमारा नारा तभी रक्षित होगा आज और कल हमारा#श्रीगोपाल नारसन Post Views: 585

चिरनिंद्रा में सोई दादी राख अंगार हुई दादी सोने मानिद तपकर ओर निखर गई दादी देह से तो परे रहती थी शिव संग वह रहती थी देह रूप में जली दादी आत्म रूप में जीवित दादी देखो वह शिव बाबा संग है चेहरे पर मुस्कान गज़ब है फ़रिश्ता बन सब […]

याद करो उस प्रभु को जिसने तुमको जन्म दिया दुनिया मे लाते ही तुमको मां जैसा उपहार दिया हवा, पानी ,सुंदर प्रकृति मुफ्त में दिया है तुमको पिता रूप में दुलार दिया विवेक ज्ञान दिया तुमको इतना सब मिला है जब कृतज्ञता अभिव्यक्त करे परमात्मा का धन्यवाद यह भाव अभिव्यक्त […]

हाथ पर हाथ रखकर बैठना यह आलस्य की निशानी है क्यो समय जाया करते हो यह जिंदगी बड़े काम की है समय नही खाली बैठने का हर क्षण का उपयोग करो सद्कर्मों का यज्ञ रचकर नवनिर्माण की शुरुआत करो सांसे सीमित है काम बहुत है यह ध्यान हमेशा रखना है […]

कभी तो चैन से रहा करो यूं बेचैनी न दिखाया करो व्यर्थ समय न गंवाया करो स्वयं को ज़रा संवारा करो मायूस चेहरे पर मुस्कान आए कुछ ऐसी जुगत भिड़ाया करो सुख,आंनद, खुशी वह देगा बस प्यार से उसे पुकारा करो सूरत एक सी है उसकी- हमारी उससे योग लगाया […]

काम धंधा करते रहो प्रभु का नाम लेते रहो विकार पास नही आएंगे सद्गुणी आप हो जाएंगे माता पिता के कहने पर तुम सदा ही चलते रहना अहंकारवश अपनी मत कभी ना तुम अपनाना संगमयुग की कोई घड़ी तुम व्यर्थ मत गंवाओ समर्थ बनाकर स्वयं को तुम अपना भाग्य बनाओ […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।