मैं केवल कोशिश करता हूँ, शब्द कलरवित गाने की। मैं केवल कोशिश करता हूँ, गंगाजल में नहाने की। कोशिश सदा यही रहती कि, प्यास बुझे जमजम जल से। मैं केवल कोशिश करता हूँ, गुरूद्वारा में जाने की॥ […]
हिन्दी के प्रसिद्ध कवि अजित कुमार का फोर्टिस अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गयाl वह ८६ वर्ष के होकर स्वास्थ्य समस्याओं के चलते कुछ दिनों से अस्पताल में भर्ती थेl अजित कुमार का जन्म उत्तरप्रदेश के उन्नाव में जमींदार परिवार में हुआ थाl उनकी मां सुमित्रा कुमारी सिन्हा,बहन […]
महंगाई पर इसका न पड़े असर, सरकारी खजाने जाएं सब भरl ऊपर पहुंच जाए विकास-दर, शुभ हो नव वस्तु सेवा करl व्यापारियों के मन से निकले डर, परेशानियों से सब जाएं उबरl ग्राहकों की न कहीं टूटे कमर, शुभ हो नव वस्तु सेवा कर। (साभार-वैश्विक हिन्दी सम्मेलन,मुंबई) […]
आज बुरा है, कल बद्तर होगा पर अगला दिन शायद कुछ उजास हो, जब खिलेगी चुटकी भर धूप इस तमसित जीवन में आएगी बहार इस निर्जन के पतझड़ में, सुवासित हो जाएगी यह हृदय वाटिका मोहक रंगीन पुष्पों से यह उम्मीद ही तो है जो गहन अंधेरों में भी एकाकी […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।