आती है जब भी कोई
परीक्षा की घड़ी
जीवन में हमारे –
हो जाते हैं हम बेचैन।
घिर जाते हैं अवसाद से
और कभी कभी तो
ले लेते हैं ऐसा कोई निर्णय
जो होता है आत्मघाती ।
डाल देता है संकट में
हमारे साथ परिवार को भी ।
मिला है जीवन तो –
आएँगी ही परीक्षाएं भी
करना ही होगा –
सामना भी इनसे ।
स्वीकारना होगा –
जीवन के इस सत्य को ।
जिस दिन समझ लेंगे इसे –
सहज होंगी फिर
सारी परीक्षाएं
और मिलेंगे
अनुकूल परिणाम भी ।
कसौटी पर खरा उतरता है
जब कनक ( स्वर्ण )
होता है तभी –
कुंदन भी वह ।
#देवेन्द्र सोनी
इटारसी