शाम का सूरज….

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ray

जब शाम का सूरज,
टाँक रहा होता है पश्चिम में चित्र
खूब धूसर, चटक लाल रंग से..
जब धूप थके पाँव
लौटने लगती है घर को,
तब आकाश थोड़ा नरम होकर
फैला लेता है अपनी बाँहें।

तब धुंधलका
उसकी बाँहों से छूटकर,
फैल जाता है पूरी धरती पर,
तब हवा साँस थामकर
अगवानी करती है उसकी।

धुंधलका घुलने लगता है,
रात में
धीरे-धीरे-धीरे….
तब तुम लगती हो मुझे पूरी धरती।

जो समेट रही होती है,
उस रात की पूरी महक को..
चांदनी के खुले धवल बाल को,
तारों की टिमटिमाहट को;
और तुममें महसूसता हूं मैं,
प्रेम की आदिम गंध..
अपनी देह–मन-प्राण में।

                                                   #डॉ. आशुतोष राय

परिचय: सहायक प्राध्यापक (हिन्दी) के रुप में डॉ.आशुतोष कुमार राय राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सिरसागंज( फ़िरोज़ाबाद,उत्तर प्रदेश) में सेवारत हैं। आपका पूर्व कार्यक्षेत्र पीजीटी (हिन्दी )केन्द्रीय विद्यालय संगठन,नई दिल्ली रहा है। आपकी रचनाओं में भावपूर्णता स्पष्ट देखी जा सकती है।आप भी शौकिया लेखन में सक्रिय हैं।

matruadmin

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।