माँ-बाप

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naveen bilaiya(ad)
रब तो रहमत करता है सदा एक-सी सब पर,
फिर क्यों अलग-सा ही वो सबसे पाते हैं।
अरे जो पूछते हैं ऐसा,उन्हें बता दो बस इतना,
अलग-सा पाने वाले माँ-बाप के चरणों में शीश झुकाते हैं।
वो कुछ नहीं करते इसके अलावा अलग पूरी जिंदगी में,
फिर भी उनके ये काम ही तो वरदान बन जाते हैं।
देखकर उनकी भाक्ति को माँ-बाप के लिए,
भगवान भी खुश होकर कृपा उन पर बरसाते हैं।
पूरी कायनात हो जाती है नतमस्तक उनके आगे,
जो माँ-बाप के आगे अपने शीश को झुकाते हैं।
बस कारण यही एक है मेरे दोस्तों,  सफलता का उनकी,
जो उन्हें इस पूरे विश्व में अलग और महान बनाते हैं॥
  #एड. नवीन बिलैया

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