मन से भक्ति करने वाले
तुम्हे प्रभु मिल जायेंगे।
दानधर्म करने वालो को
दौलत भी मिल जायेगी।
मन से भक्ति करने वाले
तुम्हें प्रभु मिल जायेंगे।।
होगा ये सब सामाने तेरे
तू सब कुछ यही देखेगा।
प्रभु की लीला देखकर
तू प्रभु चरणो में खो जायेगा।
आसमान में उड़ने वालो को
तू मिट्टी में मिला देगा।
और प्रभु भक्तो को तुम
आसमान में बैठा दोगे।।
मन से भक्ति करने वाले
तुम्हें प्रभु मिल जायेंगे..।।
गुरु निंदा जो करता जीवन में
उसे बहुत कष्ट भोगना होगा।
उसके जीवन की देख दशा
खुद ही वो एक दिन रोयेगा।
गुरु चरणो में मिलता सब
स्वर्ग जैसा आनन्द बहुत।
गुरु की करनी गुरु जाने
हम तो गुरु में प्रभु देखे।।
मन से भक्ति करने वाले
तुम्हें प्रभु मिल जायेंगे..।।
मिट्ठी भर चंडालो से क्या
संसार बिखर क्या जायेगा।
उनकी करनी का फल
उन्हें यही मिल जायेगा।
प्रभु की जिन पर होती कृपा
फिर चंडाल क्या बिगाड़ पायेगा।।
मन से भक्ति करने वाले
तुम्हें प्रभु मिल जायेंगे..।।
मन से भक्ति करने वाले
तुम्हें प्रभु मिल जायेंगे।
दानधर्म करने वालो को
बहुत दौलत मिल जायेगी।
मन से भक्ति करने वाले
तुम्हें प्रभु मिल जायेंगे।।
जय जिनेंद्र देव
संजय जैन (मुंबई)