जानता कौन है ?

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kamal karma

सबके दिलों का हाल जानता कौन है ?

अब बुरे वक़्त में हमें पहचानता कौन है ?

यहाँ उम्र बीत जाती है जोड़ने में रिश्ते,

पल भर में तोड़ देते हैं निभाता कौन है ?

सब जीते हैं अपने गुरुर को बचाने में,

एक-दूसरे की बात आज-कल मानता कौन है ?

होड़ मची है मंज़िलों को पाने की हर तरफ़ा,

राह में फंसों को आज-कल निकालता कौन है ?

चाहता हूँ डूब जाना मय-कदा-ऐ-इश्क़ में,

मगर मुफ्त में आँखों से पिलाता कौन है ?

#कमल कर्मा`के.के.’

परिचय:कमल कर्मा का उपनाम-के. के. है। आपका नाता खरगोन (मध्यप्रदेश) जिले के ग्राम-दसोड़ (तहसील-बड़वाह)से है। १ जून १९८७ को खरगोन जिले की बड़वाह तहसील के ग्रम दसोड़ा में जन्मे तथा शुरुआती शिक्षा गांव और पास स्थित सनावद में ली। फ़िर उज्जैन से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की उपाधि २००९ में प्राप्त की। आपके कार्यक्षेत्र की शुरुआत संघर्ष से ही हुई है। भारत की कई कम्पनी मेंकाम कर चुके श्री कर्मा वर्तमान में बड़ी कम्पनी में उप प्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं। काव्य में महाविद्यालय के दिनों से ही रुचि ही है। इनकी रचनाएं वेब पोर्टल पर प्रदर्शित हुई है।

matruadmin

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।