वीर सैनिक

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sudha kanouje

देश की आन होते हैं,देश की शान होते हैं,
गुणों की खान होते हैं,वीरता गान होते हैंl
सजाते भारती माँ को,हैं सैनिक खून-पसीने से,
बसे दिन-रात सीमा पर,त्याग वलिदान होते हैं।

कभी आँधी में चलते हैं, कभी तूफां में चलते हैं,
सभी मौसम में ढलते हैं, तोप गोलों से जलते हैं।
सदा शूरों के दम से,मुस्कराती ही रही दुनिया,
सभी मस्तक झुकाते हैं,जहाँ से भी निकलते हैं।

चुकाए जा नहीं सकते,इतने अहसान होते हैं,

बसे दिन रात……………..ll

पहाड़ों पर ये चढ़ते हैं,सहरों में भी बढ़ते हैं,
अंधेरों में जब लड़ते हैं,कहानी तब ये गढ़ते हैं।
भूख और प्यास से,व्याकुल नहीं होते ये रखवाले,
इतिहास स्वर्ण अक्षरों में,नगीनों से ये जड़ते हैं।
पूजा इनकी करो धरती,यही भगवान होते हैं,
बसे दिन-रात……………….ll

अजब कश्मीर जाते हैं,गजब के पत्थर खाते हैं,
लोग थप्पड़ लगाते हैं,सड़क पर मारे जाते हैं।
इनके हालात पर रोती रही भारत की माताएं,
भूल घर-द्वार वतन रक्षा,अमन सौगंधें खाते हैं।
गोलियां नहीं चलाने के,इनको फरमान होते हैं,
बसे दिन रात………………..ll

                                                                                  #सुधा कनौजे 
परिचय : श्रीमती सुधा कनौजे मध्यप्रदेश के दमोह में न्यू हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी (विवेकानंद नगर) में रहती हैंl श्रीमती कनौजे दमोह के  जिला शिक्षा केन्द्र में एपीसी(जेण्डर) हैंl 

matruadmin

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आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।