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हर्षवर्धन प्रकाश
रिश्तों में अकेली स्त्रियां
बांटती हैं प्रेम;
ढूंढती हैं प्रेम।
रिश्तों में अकेली स्त्रियां
चाहती हैं
एक लम्हा छांह;
एक लम्हा वक़्त;
एक लम्हा प्रेम।
(हर्षवर्धन प्रकाश)
कवि परिचय : हर्षवर्धन प्रकाश इंदौर (मध्यप्रदेश) – भोपाल के माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से एम.एस-सी (इलेक्ट्रॉनिक मीडिया) की उपाधि। पेशेवर पत्रकार। पिछले डेढ़ दशक के दौरान प्रिंट, रेडियो और टेलीविज़न में अलग-अलग भूमिकाओं का निर्वहन। शौकिया फ़ोटोग्राफ़र।
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