हर्षवर्धन प्रकाश रिश्तों में अकेली स्त्रियां बांटती हैं प्रेम; ढूंढती हैं प्रेम। रिश्तों में अकेली स्त्रियां चाहती हैं एक लम्हा छांह; एक लम्हा वक़्त; एक लम्हा प्रेम। (हर्षवर्धन प्रकाश) कवि परिचय : हर्षवर्धन प्रकाश इंदौर (मध्यप्रदेश) – भोपाल के माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से एम.एस-सी (इलेक्ट्रॉनिक मीडिया) […]