सिद्धांत

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gourav nayak
जैसे कविता में तुकांत चाहिए,
आदमी में भी सिद्धांत चाहिएl
होना है जरुरी प्रखर तुम्हारा,
राहे मन्ज़िल में मन शांत चाहिएl
तेरा चेहरा तेरी पलकें तेरे लब तेरी आँखें,
ये जब भी याद आते हैं,तो बहती हैं मेरी आँखेंl
तू तन से न सही आज भी,पर तू मन से है मेरी,
ये तू खुद नहीं कहती,कहती हैं तेरी आँखेंll
इतिहास बदलने को हमको,इतिहास रचेता बनना होगा,
पराक्रम और शौर्य दिखलाकर,हमें विजेता बनना होगाl
और प्रजातंत्र की लाज बचाने,भ्रष्टाचारी दीमकों से,
देकर फाँसी बेईमानों को,सच्चा नेता बनना होगाll
आगे जीवन के पथ पर तन्हा मैं बढ़ना नहीं चाहता,
बुलंदियाँ शोहरतों की तुम बिन मैं चढ़ना नहीं चाहताl
ये मेरा साज़ भी तुम हो ये मेरा अहसास भी तुम हो,
बिना तुम्हारे स्वप्न जीवन के मैं गढ़ना नहीं चाहताl
इश्क़ उससे है बेहद मुझे उस रोज़ से,
वो हंसा था देखकर मुझे जिस रोज़ सेl
इश्क़ दिल ही दिल में पर हो गया दफ़न,
देखा गैरों के संग उसे जिस रोज़ से।
                                                                          #गौरव कुमार नायक
परिचय : गौरव कुमार नायक(नायक बेवफा) उत्तर प्रदेश राज्य के रामपुर में सिविल लाइन्स में रहते हैंl आप वर्तमान में बीए में अध्ययनरत हैंl लिखना आपकी रूचि हैl 

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।