सब कुछ है, पर ‘कुछ’ नहीं

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भौतिकता की  चकाचौंध में,
दूर   कहीं     बहुत    दूर
छूट  गई है   नैतिकता की,
नर्म,मुलायम,धवल चांदनी।
दॊलत,शोहरत पद-प्रतिष्ठा,
सम्मान के झूठे अहंकार से
चौंधियाई आंखें सादगी सरलता,
साफगोई और सदाशयता को
देखना  ही  भूल  गई है।
प्रेम,दया,  सहानुभूति,
ईमान-धरम, रिश्ते-नाते
आपसी भाईचारा,इन्सानियत
और परोपकार  को देख सके
वो दृष्टि  ही अब शेष नहीं रही।
रुपए-पैसे  की अंधदौड़ ने,
छीन  ली  है  रातों  की
नींद और  दिन का चैन।
नैतिकता वाली दृष्टि क्या गई,
उसके साथ चले गए मनोरम
दुनिया  के सतरंगी  सपने।
कहने को आज ये मन,
अमीरी ऒर समृद्धि के
शिखर पर है,लेकिन इसमें,
अभावों,  मुफलिसी और
फांकामस्ती वाले निश्छल
प्रेम की प्यास
कहीं  नजर नहीं  आती।
आज पैसों  से तिजोरी
भरी है,लेकिन पेट की भूख
और अन्न का स्वाद नदारद है।

                                                                       #डॉ. देवेन्द्र  जोशी

परिचय : डाॅ.देवेन्द्र जोशी गत 38 वर्षों से हिन्दी पत्रकार के साथ ही कविता, लेख,व्यंग्य और रिपोर्ताज आदि लिखने में सक्रिय हैं। कुछ पुस्तकें भी प्रकाशित हुई है। लोकप्रिय हिन्दी लेखन इनका प्रिय शौक है। आप उज्जैन(मध्यप्रदेश ) में रहते हैं।

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।