25 फ़रवरी को इन्दौर में आयोजित समारोह में होंगे अलंकृत
इंदौर । हिन्दी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा वर्ष 2024 का हिन्दी गौरव अलंकरण आईएएस मनोज श्रीवास्तव (भोपाल) और डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय (मुम्बई) को प्रदान किया जाएगा। यह समारोह 25 फ़रवरी को इंदौर में आयोजित होगा एवं इसमें विभूतियों को अलंकृत किया जाएगा।
संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने बताया कि ‘अलंकरण का यह पाँचवा वर्ष है। हिन्दी के प्रचार और विस्तार के लिए ‘मातृभाषा उन्नयन संस्थान’ द्वारा प्रतिवर्ष दो हिन्दी साधकों को ‘हिन्दी गौरव अलंकरण’ से विभूषित किया जाता है। चयन समिति द्वारा चयनित वर्ष 2024 के लिए आईएएस मनोज श्रीवास्तव जी व डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय जी के हिन्दी के प्रति समग्र अवदान को रेखांकित करते हुए हिन्दी गौरव अलंकरण प्रदान किया जाएगा।’
ख़्यात साहित्यकार व लोक सेवक मनोज श्रीवास्तव जी वर्तमान में सुप्रसिद्ध हिन्दी पत्रिका अक्षरा के संपादक हैं और आप आईएएस की पढ़ाई भी हिन्दी में करके हिन्दी से आईएएस चुने गए थे। आपकी लगभग 35 से अधिक किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं।
सुप्रसिद्ध साहित्यकार व वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. (डॉ.) करुणाशंकर उपाध्याय जी वर्तमान में मुम्बई विश्वविद्यालय में प्राध्यापक हैं। साथ ही कई पुस्तकों के लेखक भी हैं व आपके ही शोध कार्य के कारण हिन्दी को विश्व की सबसे बड़ी भाषा के रूप में मान्यता भी मिली है।
संस्थान द्वारा वर्ष 2020 में पद्मश्री अभय छजलानी एवं वरिष्ठ कवि राजकुमार कुम्भज को, वर्ष 2021 में वरिष्ठ साहित्यकार कैलाश चंद्र पंत व साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे को, वर्ष 2022 में कहानीकार डॉ. कृष्णा अग्निहोत्री व वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण कुमार अष्ठाना को एवं वर्ष 2023 में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. भगवती लाल राजपुरोहित व सुप्रसिद्ध मीडिया शिक्षक प्रो. (डॉ) संजय द्विवेदी को अलंकृत किया जा चुका है।
अलंकृत होने वाली विभूतियों को हिन्दीगौरव अलंकरण चयन समिति के राजकुमार कुम्भज व प्रो. संजय द्विवेदी, मातृभाषा उन्नयन संस्थान की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. नीना जोशी, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष शिखा जैन, राष्ट्रीय सचिव गणतंत्र ओजस्वी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य नितेश गुप्ता, भावना शर्मा, सपन जैन काकड़ीवाला, प्रेम मंगल आदि ने शुभकामनाएँ दीं।