शिखरचंद जैन को मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी ने प्रदान किया माखनलाल चतुर्वेदी पुरस्कार

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कोलकाता। मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी, भोपाल द्वारा मंगलवार को विभिन्न श्रेणियों के अखिल भारतीय एवं प्रादेशिक पुरस्कारों का अलंकरण समारोह स्थानीय रवींद्र भवन के अंजनि सभागार में आयोजित किया गया। इसमें कोलकाता के लेखक शिखरचंद जैन को निबंध श्रेणी में वर्ष 2020 के अखिल भारतीय माखनलाल चतुर्वेदी पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया।

कार्यक्रम में कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश शासन की संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, अकादमी के निदेशक डॉ विकास दवे, प्रसिद्ध अभिनेता आशुतोष राणा और संस्कृति परिषद के संचालक अदिति कुमार त्रिपाठी की उपस्थिति रही।
इस सम्मान में पुरस्कार स्वरूप शॉल, श्रीफल और प्रशस्ति पत्र के साथ साथ रुपए एक लाख की राशि भी प्रदान की गई।
शिखर चंद को यह पुरस्कार उनके प्रेरक निबंध संग्रह “जिन्दगी न मिलेगी दोबारा” के लिए प्रदान किया गया।
शिखर चंद जैन लेखक के तौर पर दीर्घ समय से कोलकाता सहित समस्त देश के प्रिंट मीडिया जगत से जुड़े हुए हैं। इनकी अब तक चार मोटिवेशनल पुस्तकें, तीन बाल कहानी संग्रह और एक लघुकथा संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। हाल ही उन्हें जवाहर लाल नेहरु बाल साहित्य अकादमी, राजस्थान द्वारा बाल साहित्य सृजक पुरस्कार, नाथद्वारा साहित्य मंडल द्वारा बाल साहित्य शिखर सम्मान व कोलकाता की रचनाकार संस्था द्वारा साहित्य शिखर सम्मान द्वारा अलंकृत किया गया। इससे पहले भी कई पुरस्कार श्री जैन के खाते में दर्ज हैं।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।