भोपाल। प्रदेश के प्रसिद्ध लेखक एवं वक्ता डॉ. जवाहर कर्नावट द्वारा 27 देशों की 120 वर्षों की हिंदी पत्रकारिता पर किए गए शोध कार्य को लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स 2023 में शामिल किया गया है। वैश्विक स्तर पर हिंदी पत्र-पत्रिकाओं के इस अनूठे संकलन और सामग्री विश्लेषण के कार्य को करने वाले वह एकमात्र व्यक्ति हैं।
डॉ. कर्नावट भोपाल के रहने वाले हैं। लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स द्वारा जारी प्रमाण पत्र में दर्शाया गया है कि डॉक्टर कर्नावट के पास दक्षिण अफ़्रीका से सन् 1903 में 4 भाषाओं- हिंदी, गुजराती, तमिल और अंग्रेज़ी में प्रकाशित इंडियन ओपिनियन संग्रह में सबसे पुराना समाचार पत्र है। डॉ. कर्नावट के इस शोध कार्य को भारत सरकार के नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया जा रहा है। उन्हें इस अनूठे शोध कार्य के लिए ही पिछले दिनों फ़िज़ी में संपन्न विश्व हिंदी सम्मेलन में भारत के विदेश मंत्री श्री एस. जयशंकर और फ़िज़ी के प्रधानमंत्री श्री बिमन प्रसाद द्वारा विश्व हिंदी सम्मान से सम्मानित किया गया। इसके अलावा हाल ही में उन्हें केन्या की राजधानी नैरोबी में आयोजित सम्मेलन में भी सम्मानित किया गया।