नारी का सम्मान

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dharmendra aaroda
करो सम्मान नारी का निगाहों में हया रखना!
समर्पण भाव को लेकर ज़हन अपना खुला रखना!!
क़लम की धार से चाहे बदल देना सभी मंज़र!
सदाकत जो अलग करती नहीं ऐसी दया रखना!!
तुम्हारे आशियाने को सजाती रात दिन नारी!
मिले समभाव का दर्ज़ा इरादा ये सदा रखना!!
ज़मीनों आसमां मिलकर गुजारिश आज करते हैं!
हरिक अल्फ़ाज़ को अपने जहानत से भरा रखना!!
सदा मिलजुल रहें सारे तमन्ना है यही दिल की !
बने क़िरदार पाक़ीज़ा लबो पे बस दुआ रखना!!
सभी का दिल लुभा लेना जुदा अंदाज़ से अपने!
मुसाफ़िर गीत ग़ज़लों को हमेशा तुम नया रखना!!
नाम:-धर्मेन्दर अरोड़ा “मुसाफ़िर”
पिता का नाम:-श्री सोमनाथ अरोड़ा
माता का नाम:-श्रीमती संतोष अरोड़ा
शिक्षा:-बी.कॉम.
जन्मस्थान:-निगाणा
(रोहतक)
सम्प्रति:-अध्यापक,कवि,
शतरंज खिलाड़ी
सम्मान:-साहित्य के क्षेत्र में योगदान हेतु विभिन्न मंचों द्वारा कई बार सम्मानित
प्रकाशन:-अनेक पत्र पत्रिकाओं,वेबसाइटस एवं अख़बारों में रचनाएं प्रकाशित
संपर्क:-पानीपत(हरियाणा)

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।