#डाॅ. दशरथ मसानिया
Read Time58 Second
बेटी हिन्दी संस्कृता,अंग्रेज़ी का ज्ञान।
उर्दू अरबी फारसी,बहुभाषा सम्मान॥
बेटी हिन्दी की विधा,धारे रुप अनेक।
व्याकरण के ज्ञान से,करती अलग विवेक।
बेटी कहानी रुप है,कविता आतम मान।
रेखाचित्रा लघुकथा,निबंध पत्र को ज्ञान।
नाटक अरु एकांकी,अरु कहो उपन्यास।
डायरी अरु संस्मरणा,हिन्दी का इतिहास॥
यात्रा वृत्तांत है,भेंटवार्ता वार्ता आन।
जीवनियाँ,आलोचना,गद्य विधा का ज्ञान॥
बेटी दोहा सोरठा,अरु चौपाई छंद।
गीतिका-हरीगीतिका,कवित्त सवैया बंध॥
रस की तो वह खान है,श्रृंग करुणा वेष।अलंकार को धारती उपमा रुपक श्लेष॥
Average Rating
5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%
पसंदीदा साहित्य
-
November 28, 2018
राष्ट्रभाषा का सवाल सुलझाना होगा
-
October 6, 2017
गुड़िया
-
September 4, 2018
बज चुका आरक्षण के खिलाफ पाञ्चजन्य, संकट में भाजपा
-
May 23, 2021
उफ्फ