राजधानी दिल्ली में हिन्दी महोत्सव 2022 के शुभारम्भ में हिन्दी पूजन

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हिन्दी प्रचार में नाट्यमंच और चलचित्र का योगदान महत्त्वपूर्ण- अर्श परमिंदर शाह

दिल्ली। हिन्दी भाषा के प्रचार के लिए प्रतिबद्ध मातृभाषा उन्नयन संस्थान की दिल्ली इकाई द्वारा हिन्दी महोत्सव 2022 का शुभारंभ वजीरपुर कॉम्प्लेक्स स्थित कार्यालय में माँ हिन्दी का पूजन कर किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि वेब सीरीज अभिनेता अर्श परमिंदर शाह, विशेष अतिथि प्रणीता जी सहित मातृभाषा उन्नयन संस्थान की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भावना शर्मा, दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्ष गिरीश चावला, सुरभि सप्रू मौजूद रहे।


सर्वप्रथम दीपप्रज्वलन उपरांत अतिथियों का स्वागत किया गया। भावना शर्मा ने संस्थान का परिचय देते हुए कहा कि ‘अलग-अलग रहन सहन, वेशभूषा एवं खानपान होने के बावजूद हिन्दी नि:संदेह रूप से देश को एक सूत्र में जोड़ने का काम करती है।’
मुख्य अतिथि वेब सिरीज़ चलचित्र अभिनेता अर्श परमिंदर शाह ने अपने वक्तव्य में कहा कि ‘हिन्दी भाषा की अभिवृद्धि में चलचित्र व नाट्य मंच का बड़ा योगदान रहा है, जिसके कारण ग़ैर हिन्दी भाषी क्षेत्रों में भी हिन्दी की उपयोगिता बढ़ी है। लेकिन हिन्दी भाषा में नित अंग्रेज़ी शब्दों के प्रयोग पर उन्होंने अपनी चिंता ज़ाहिर की।’


विशेष अतिथि व अरुनाभा वेलफेयर सोसायटी की संस्थापक प्रणिता जी ने कहा कि ‘हिन्दी के विकास के लिए कार्यालय एवं शैक्षणिक संस्था में अधिक से अधिक हिन्दी का प्रयोग किया जाए। हिन्दी के विकास के लिए हर क्षेत्र के लोगों का सहयोग ज़रूरी है।’

आयोजन में मातृभाषा उन्नयन संस्थान दिल्ली इकाई के पदाधिकारियों सहित सुरभि सप्रू, विकास, रवि आदि उपस्थित रहे एवं आभार गिरीश चावला ने माना।
संस्थान द्वारा सितम्बर माह में प्रत्येक दिन देश के अलग-अलग स्थानों पर हिन्दी भाषा प्रचार संबंधित आयोजन कर हिन्दी भाषा के प्रति जनजागृति किया जाएगा। ऑनलाइन एवं ऑफ़लाइन दोनों ही तरीकों से विभिन्न आयोजन, प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएंगी। इस महोत्सव में देश के प्रत्येक राज्यों को संस्थान द्वारा जोड़ा जा रहा है।

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आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।