प्रभु जी

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तुम हो आशा हमारी,
जीने का सहारा तुम हो।
भवसागर में फंसे हम,
जिसका किनारा तुम हो।

तुझसे है धरा पर जीवन,
तुझसे ही साँसे हमारी।
तुझसे हर सुबह हमारी,
तुझसे ही रैन हमारी।
रखना ख्याल सबका,
बस इतनी सी कृपा हो।
भवसागर में फंसे हम,
जिसका किनारा तुम हो
तुम हो आशा हमारी…….

भटके हैं हम पथ से,
हमको राह दिखा दो।
निराशा भरी है मन में,
उम्मीद दिल में जगा दो।
रखना हाथ सिर पर,
बस इतना सा करम हो।
भवसागर में फंसे हम,
जिसका किनारा तुम हो।
तुम हो आशा हमारी…….

अपने ही रूठे हैं हमसे,
हमको तुम अपना लो।
प्यार दया और करुणा,
हमपर थोड़ी लुटा दो।
रहें छत्रछाया में तेरी,
बस इतना सा रहम हो।
भवसागर में फंसे हम,
जिसका किनारा तुम हो।
तुम हो आशा हमारी…….

आए कोई भी मुश्किल,
हर हाल में मुस्कुराएं।
नैया पड़ी हो भंवर में,
जरा भी ना हम घबराएं।
देना हमें ऐसी भक्ति,
बस तेरा सुमिरन हो।
भवसागर में फंसे हम,
जिसका किनारा तुम हो।
तुम हो आशा हमारी…….

स्वरचित
सपना (सo अo)
जनपद-औरैया

matruadmin

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।