बसंत

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खग करते कलरव मनभावन,
मौसम ऋतु बसंत का आया पावन ।

बौर लदे झरवेरी और आम की डाली-डाली,
खेतों में फैली दूर तलक मखमल सी हरियाली ।

बागों में महक रहे चंपा, चमेली, गेंदा, गुलाब,
नीला-नीला आसमान हो रहा खुली किताब ।

पीली-पीली सरसों फूली, योवनता चहुंओर,
ज्ञान की ज्योति जगाओ रे साथी, हो गई भोर ।

बसंती हवा सर-सर-सरर करती देती संदेश,
आपस में मिलकर प्यार की ज्योति जलाओ, कहता ‘मुकेश’ ।

मोर-मोरनी करें नृत्य, तितलियां पुष्पों से इठलातीं,
कोमल-कोमल, प्यारी-प्यारी शक्लें भला किसे न भातीं ।

गेहूं की बालियां झूम-झूम कर गीत मनोहर गातीं,
भंवरों की मीठी-मीठी तानें, मन सबका हर लेतीं ।

ओ रे आलसी जन ! तू अब तक क्यों सोया पड़ा,
एक नई सुबह का कर आलिंगन, चल हो जा खड़ा ।

देती दस्तक बसंत द्वार पर, साथी करो स्वागतम,
मातु शारदे का वंदन-अभिनंदन, मिटे सर्व तम ।

मुकेश कुमार ऋषि वर्मा
ग्राम रिहावली, डाक तारौली गुर्जर फतेहाबाद, आगरा

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इन्तजार

Sun Feb 7 , 2021
जिसका हमें था इन्तजार, किसके लिए सब थे बेकरार। वो घड़ी आ गई आ गई, बच्चे सारे अब स्कूल आएँगे, पुष्प उपवन के मुस्काएँगे। कक्षाएं फिर से गुनगुनाएँगी सारी, उदासी सारी मिट जाएगी हमारी। चारों तरफ फिर गूँजेगी किलकारी, ओ………………. बच्चे सारे अब स्कूल आएँगे, पुष्प उपवन के फिर मुस्काएँगे। […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।