लखनऊ|
गत दिवस लखनऊ में आयोजित समारोह में उ.प्र. विधानसभा के अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित और उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डा. सदानंद गुप्त ने वरिष्ठ साहित्यकार, पत्रकार श्री विनोद बब्बर को सौहार्द सम्मान प्रदान किया। इस सम्मान में उन्हें ताम्रपत्र, अंगवस्त्रम् और दो लाख रुपये की राशि भेंट की गई।
भारतीय भाषाओं के प्रबल समर्थक श्री विनोद बब्बर की मातृभाषा हिंदी नहीं है लेकिन उनका साहित्य हिंदी में ही हुआ है। उनकी 20 पुस्तकें प्रकाशित है। कुछ का विभिन्न भारतीय भाषाओं में अनुवाद भी हुआ। उनके साहित्य पर अब तक देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में पांच शोध कार्य हो चुके हैं तो कुछ जारी हैं।