करे जो समय की कद्र
समय उसकी कद्र करता है।
क्योंकि जिंदगी में एक मौका
हर किसी को मिलता है।
जो इसका उपयोग करता है
सफलता उसी को मिलता है ।
और नसीब वाला इंसान
समाज में कहलाता है।।
मंजिले यूँ ही नहीं
मिलती राही को।
थोड़ा सा जुनून
जगाना होता है।
पूछा चिड़िया से कि
घोंसला कैसे बनता है?
तो बोली तिनका तिनका
उठाना पड़ता है।।
वक्त से लड़कर
जो नसीब बदल दे।
इंसान वही जो अपनी
तकदीर बदल दे।
कल क्या होगा
कभी मत सोचो।
क्या पता कल खुद
अपनी तस्वीर बदल दे।।
समय के पुकार को समझे
समयानुसार ही चले।
फिर देखो कैसे समय
तकदीर को बदलता है।
और आपके जीवन में
खुशियों के रंग भरता है।
जो समय ही समय के साथ
आपके साथ करता है।।
जय जिनेंद्र देव
संजय जैन (मुंबई)