अगर श्रद्धा है तो सिंदूर लगा एक पत्थर भी भगवान बन जाता है,और उस पर जब विश्वास हो जाए तो यकीन मानिए, जीवन के हर पल में सुख दुःख में वो आपके साथ होगा।
जब भी कहीं आपके कदम गलत बढ़ेंगे,उस वक़्त जिस पत्थर से ठोकर लगकर आप सम्भलोगे,यह वही पत्थर होगा,जिसमें तुम्हें श्रद्धा और विश्वास है।
भूख लगने पर अपनी भूख को शांत करने के लिए पेड़ से फल तोड़ने को जो पत्थर उठाकर मारोगे,वह वही पत्थर होगा,जिसे आपने भगवान माना है। जब कभी अपने आप को असुरक्षित महसूस करोगे,और बचाव के लिए कुछ नहीं होने पर सबसे पहले जिस पत्थर को उठाकर अपना बचाव करोगे, तो उस वक़्त वही पत्थर का भगवान तुम्हें बचा रहा होगा।
चलते-चलते जब हताश होने लगोगे और मील के जिस पत्थर से मंज़िल की दूरी का पता चले तथा कदमों में फिर से जान आ जाए तो मान लेना कि,यह वही सिंदूर लगा पत्थर है,जिसमे आपको श्रद्धा है।
कण-कण में भगवान है,यदि मन में विश्वास है तो।
#पवन गुर्जर
परिचय : पवन गुर्जर इंदौर निवासी हैं और वर्तमान में दैनिक समाचार-पत्र में मार्केटिंग विभाग में कार्यरत हैं। लेखन शौक से करते हैं। शायरी-कविताएं लिखना आपको पसंद है। समय- समय पर त्वरित मुद्दों पर भी लिखते रहते हैं।