सांसों की सरगम,
दिल की ये धड़कन,
सुनाए मधुर गीत प्यारा।
जाने कहां कब कैसे किधर ये,
रुक जाए जीवन की धारा।
सांसों की सरगम……..
आए हो जग में ,
तो कुछ कर के जाओ,
ना गवाओ यूं जीवन सारा।
एक बार ही मिलता है ये जीवन
ना मिलेगा ये दोबारा।
सांसों की सरगम…….
बन जाओ किसी के
जीवनसाथी ,
बन जाओ किसी के यारा।
जिनका नहीं है कोई जग में,
बन जाओ उनका सहरा।
सांसों की सरगम……
दीन दुखियों के ,
गरीबों लाचारों के,
जीवन में लाओ बहारा।
अज्ञानता की अंधेरी गलियों में,
फैलाओ ज्ञान का उजाला।
सांसों की सरगम……
तन मन धन से,
और लगन से ,
काज करो कुछ न्यारा।
एक ना एक दिन चमकोगे जग में
बनके गगन में सितारा।
सांसों की सरगम………
ईर्ष्या द्वेष से,
लालच मोह से,
कर लो इनसे किनारा
प्रेम दया और करुणा से
खुशियों से महकेगा जीवन सारा।
सांसों की सरगम…….
अपने लिए तो,
दुनियां है जीती,
बन जाओ औरों का भी सहारा।
लाख दुआएं मिलेगी तुझको,
झूमेगा तन मन सारा।
सांसों की सरगम…….
रचना – सपना
जनपद – औरैया