अटल जी की दूसरी पुण्य तिथि पर दो शब्द

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अटल जी अटल थे,अटल ही उनका गहना था।
विश्व के हर भू भाग पर उनका ताना बाना था।।

देते थे जब वे भाषण संसद की दीवारें हिल जाती थी।
हिन्दी के शब्दों के कारण सब भाषाएं हिल जाती थी।।

अटल कुशल प्रशासक थे वे विश्व के जननायक थे।
सुना जब यू एन ओ में भाषण सब उनके प्रंशसक थे।।

वे लोकतंत्र की मिशाल थे, कभी ने इससे मुख मोड़ा था।
एक वोट के खातिर उन्होंने प्रधान मंत्री पद छोड़ा था।।

सरलता के वे सागर थे,हिंदी शब्दों के वे गागर थे।
भा जा पा के नायक थे परिवारवाद के निवारक थे।।

पुण्य तिथि है आज उनकी हम भारतवासी भावुक है।
रस्तोगी उनके आगे बौना है,वे तो कविता के साधक थे।।

आर के रस्तोगी
गुरुग्राम

matruadmin

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अटल बिहारी वाजपेयी

Sun Aug 16 , 2020
प्रभावशाली होती थी बातें उनकी उनकी खामोशियों में भी थी ताक़त लिखीं कविताएँ उन्होंने ओजस्वी उनके व्यक्तित्व में थी सदाक़त प्रधानमंत्री भारत के दसवें थे वो फिर भी जीवन रहा सदैव सादा ऐसे थे अटल बिहारी वाजपेयी अटल था उनका हर एक इरादा मनीषा कुमारी आर्जवाम्बिका अररिया(बिहार) Post Views: 486

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।