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कामनाये बढ़ती ही जाती
सत्ता की जो भूख सताती
जो मिला उससे सन्तुष्ट नही
योग्यता उनमें ज़रा भी नही
कुर्सी के लिए ईमान खोते
जनता का विश्वास खोते
कपड़ो की तरह दल बदले
हर पल अपनी जबान बदले
देश के लिए करके दिखाओ
जनता का विश्वास पाओ
सेवा के मायने बदल जाएंगे
परमात्मा प्रसन्न हो जायेगे।
#श्रीगोपाल नारसन
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