जेठ की दुपहरी

1 0
Read Time53 Second

देख दुपहरी जेठ की,हर कोई मांगत छाय।
माह मास में देखत इसे,मन ही मुस्काय।।

देख दुपहरी जेठ की,कोरोंना भी परेशान।
कुछ दिनों में टूट जाएगा,इसका भी अभिमान।।

देख दोपहरी जेठ की,आलू भी हुआ बेहाल।
पानी बिन उबल रहा,देखो गरमी की ये चाल।।

देख दोपहरी जेठ की,तरुवर भी अकुलाय।
पथिक तरु की छाय में बैठकर केवल मुस्काय।

देख दुपहरी जेठ की, टप टप बहे पसीना।
खाने को न कुछ दिल करत,मुश्किल है अब जीना।।

देख दोपहरी जेठ की,रहते इससे कोसो दूर ।
कैसे इसको दूर भगाए इससे है सब मजबूर।।

आर के रस्तोगी
गुरुग्राम

matruadmin

Next Post

वैक्सीन खोजो

Wed May 27 , 2020
कैसा समय प्रभु ने दिखाया चारो तरफ कोरोना का साया आना जाना भी दूभर हो गया लॉक डाउन एक कहर हो गया चोपट हो गए सब काम धंधे व्यापार भी हो गए अब तो मन्दे बीमार अपराधी नजर आने लगा बीमारी अगर वह छिपाने लगा कब तक बहेगी कोरोना की […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।