कैसे कह दू मै ईद मुबारक।

1 0
Read Time1 Minute, 24 Second

कैसे कह दू मै ईद मुबारक,
जब चारो तरफ आफत आईं।
हर तरफ मौत का मातम पसरा,
हर कोने में अब मौत छाई।।

कैसे पहनूं मै नई नई पोशाकें,
जब मौत कफन ले आई है।
कंधे भी अब कम पड़ गए हैं
ये कैसी अब मुसीबत आई है।।

कैसे पहनूं नए जूते चप्पल,
जब मजदूर नंगा डोल रहा।
पावों में उसके छाले पड़े हैं,
हर शख्स यहां पर रो रहा।।

ईद मै अब कैसे मनाऊ ?
जब घर में मातम छाया है।
हर जगह मौत के ढेर लगे हैं,
कोई घर न खाली पाया है।।

कैसा छाया है मौत का खौफ,
कोई गले नहीं मिल रहा।
कर रहे है दूर से सलाम सभी,
कोई किसी के पास न आ रहा।।

हर तरफ गम का माहौल है,
ऐसे में कैसे ईद मनाउ मै।
घर घर मौत का मातम है,
कैसे ईद मुबारक दे आऊ मै।।

मुल्क में लॉक डाउन के कारण,
घर में सब लोग बन्द पड़े है।
बाहर कैसे निकले वे अब,
पुलिस के लोग बाहर खड़े है।।

चारो तरफ हाहाकार मचा है,
घर में इबादत मै कर रहा हूं।
मुल्क में हो अब जल्द सकून,
ऐसी दुआ मै अब कर रहा हूं।।

आर के रस्तोगी
गुरुग्राम

matruadmin

Next Post

मोहब्बत ऐसी थी

Tue May 26 , 2020
मोहब्बत ऐसी थी की, उनको बता न सके। चोट दिल पे थी, इसलिए दिखा न सके। हम चाहते तो नहीं थे, उनसे दूर होना। मगर दूरी इतनी थी, की हम मिटा न सके।। ये बेवफा साँस लेने से, तेरी याद आती है। ये बेवफा साँस न लू , तो भी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।