पासपोर्ट ने,
फैलाई महामारी !
पर प्रकोप झेलता,
गरीब दिखा !!
लिए वेदना…
आँखों में धूमिल सपने !
पुन: पलायन करता,
गरीब दिखा !!
अपना हिस्सा भी,
बच्चों का खिला कर!
भविष्य की चिंता करता,
गरीब दिखा !!
भूख की ज्वाला …
भस्म करते-करते !
अकाल काल का ग्रास बनता,
गरीब दिखा !!
अंजु गुप्ता
परिचय
जन्मतिथी : 7 अक्टूबर
निवास : हिसार, हरियाणा
विधा : तुकांत , अतुकांत , हाइकु, वर्ण पिरामिड और लघुकथाएँ
शिक्षा : बी.कॉम, PGDMM , PGDCA , MBA , M A (English ), B.Ed
साँझा कविता संग्रह : सत्यम प्रभात, अनकहे जज्बात, मुसाफिर, स्त्री का आकाश, प्यारी बेटियाँ इत्यादि
सम्मान : युग सुरभि सम्मान, काव्य सागर सम्मान, हिंदी सेवी सम्मान, “जय विजय रचनाकार सम्मान”, “काव्य रंगोली साहित्य भूषण सम्मान”, सिद्धि श्रेष्ट सम्मान”, पॉजिटिव वीमेन अवार्ड ” इत्यादि !