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सुकून उतना ही देना,
मालिक जितने से जिंदगी गुजर जाए,
औकात बस इतनी देना, कि,
औरों का भला हो जाए,
रिश्तो में गहराई इतनी हो, कि,
प्यार से निभ जाए,
आँखों में शर्म इतनी देना, कि,
बुजुर्गों का अदब रख पायें,
साँसे जिस्म में इतनी हों, कि,
बस नेक काम कर जाएँ,
बाकी उम्र ले लेना, कि,
औरों पर बोझ न बन जाए
#पूजा कुमारी
सीवान(बिहार)
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