सोशल मीडिया के माध्यम से हिन्दी भाषा का प्रचार-प्रसार

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gagan satyam shhukla

तमाम विद्वानों ,लेखकों और आज की उपयोगिताओं को देखते हुये हम ये कह सकते है और मानते भी है कि सोशल मीडिया हिन्दी के पुनरुत्थान के सहायक सिध्द हुयी।

हिन्दी भाषा के प्रचार-प्रसार में सोशल मीडिया का बहुत बडा योगदान है।
हिन्दी आज विश्व की दूसरी बड़ी भाषा है और उसकी साख दिनों दिन बढ़ती जा रही है। अमरीका जैसे विकसित और विश्व के अगुआ देश में हिन्दी के पठन-पाठन का महत्त्व दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। हिन्दी फिल्म उद्योग विश्व में एक बड़े उद्योग के रूप में स्थापित हुआ है और हिन्दी संगीत को बोलबाला भी बढ़ा है। हिन्दी के समाचार पत्रों की संख्या और उनकी प्रसार संख्या में गुणात्मक परिवर्तन आया है। हिन्दी पत्रिकाओं की तादाद बढ़ी है। यूनिकोड फोंट के विकास के बाद इंटरनेट की दुनिया में क्रांतिकारी परिवर्तन घटित हुआ।

#गगन सत्यम शुक्ला”नैना”
परिचय-
कवियत्री  :- गगन सत्यम शुक्ला”नैना”*
शैक्षिक योग्यता  :- स्नातकोत्तर ( संस्कृत, हिन्दी) पी.एच.डी. (संस्कृत)*

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।