महीयसी महादेवी

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amita ravi dube
शत शत नमन  साहित्य की सम्मान,
महियसी महादेवी अर्थ ही महान
छब्बीस मार्च उन्नीस सौ सात हुआ जनम
पीढ़ियों  बाद कुटुम्ब में बेटी का आगमन
  गोविंद  हेमरानी  की  लाडो सन्तान
महियसी महादेवी नाम का अर्थ महान,
कर्म पथ  सतत चली ले मन वैराग
मानवता मशालले प्रेम अनुराग
ठाकुर जी तुम भोले  का पहला गान
महियसी महादेवी अर्थ नाम महान
सात बरस में तुकबन्दी अठ्ठारह में
 सर्जक
जीवनभर की उपासना  शारदे की
रक्षक
हिंदी साहित्य को मिला विश्वज्ञान
महियसी महादेवी नाम अर्थ महान
छायावाद की स्तम्भ पंत प्रसाद सहयोगी
निराला की रक्षक बहन सदा अनुरागी
साहित्य  में मंडित सरस्वती निराला का मान
महियसी महादेवी नाम अर्थ महान
यामा,दीपशिखा नीरजा  और निहार
संघिनि चाँद  पथ के साथी परिवार
अरे विधाता की सुन्दर आत्मस्वाभिमान
महादेवी महियसी,नाम अर्थ महान
सामाजिक की ज्वाला में सदा जले दीप
मधुर मधुर दीपक से  ही सदा प्रीत
अखण्ड ज्योत सी शक्ति देवी हिंदी प्राण
महादेवी महियसीनाम अर्थ महान
आगे पढ़ें
 गौरव स्वतंत्र भारत की कलम वीर   तुम
सुभद्रा की संगिनी बदली नीर तुम
अतीत के चलचित्रों में कलम  तुम्हे प्रणाम
महियसी महादेवी नाम अर्थ ही महान
महादेवी  ने रेखचित्र और संस्मरण
लिख किया नवसाहित्य अवतरण
 नवरस कलम सदा रही आस्थावान
महियसी महादेवी नाम ही अर्थ महान
व्यक्तिगत संवेदना शिल्प चित्र निबंध
निज से सर्व जोड़ शब्दो पाये सुगन्ध
बाल विवाह अभिशप्त किंतु गंगा सी पावन
निराला शब्दो मे हिमालय सी वन्दन
सात्विक सन्तभाव  गूँजेगा स्वाभिमान
महियसी महादेवी नाम के अर्थ महान
कल आज और कल   मानवता हर काल
छायावाद से सतत साहित्य आधुनिक काल
बार बार जन्म नही लेते कलम कलाम
महियसी महादेवी नाम के अर्थ महान
मीरा थी भक्ति पथ मानवता की सागर
मीरा मन्दिर महिला हित कर्मपुण्य
प्रसार
मात पिता की अति लाडली हिंदी की प्राण
महियसी महादेवी नाम के अर्थ महान,
बालसाहित्य ललित निबंध क्षणदा
हर बार उत्कृष्ट लेखन बनी प्रथा
युग युग प्रतिदिन  जैसे  जीवन विधान
महियसी महादेवी नाम के अर्थ महान
क्रमशः उन्नीस सौ तीस से नब्बे सत्कार
पद्मभूषण, ज्ञानपीठ तक असँख्य पुरस्कार
अंत हुआ ग्यारह सितंबर सत्त्यासि को प्राण
साहित्य सरस्वती का हुआ देहावसान
 सदा गूंजेगी शक्तिश्रुति  करुणा गान
महियसी महादेवी नाम के अर्थ महान।
दीप शब्द की प्रिय प्रहरी दीप बनी
आधुनिक हिंदी की  गहरी रीत बनी
तुमको भारत युगों युगों तक करे प्रणाम
महियसी महादेवी नाम के अर्थ महान
शब्द नही मैं क्या लिखूँगी शब्द लहर
 वाणी कलम तूलिका प्रतिभा प्रखर
त्याग तपस्या मानवता की देवी महान
महियसी ,महादेवी नाम  अमर यशगान।।
शत शत समर्पित महादेवी जी को
उनके कुछ शब्द अमर
मेरे अधर हँस नही जग के आंसू की लड़ियाँ देखो,
मेरे गीले पलक छुओ मत मुरझाई कलियाँ देखो
आपकी व्यक्तिगत करुणा को समष्टि में बदल देने की महान
प्रतिभा,अमर साहित्य देवी महादेवी जी को समर्पित।
#अमिता रवि दुबे
परिचय-
नाम अमिता रवि दुबे
पति का नाम रवि दुबे
शिक्षा एम ए हिंदी -2 एमए समाजशास्त्र साहित्य रत्न
रुझान   रचात्मक 
लेखन संचालन अभिनय वक्ता
विधा  गद्य पद्य दोनों
हिंदी छत्तीसगढी
आकाशवाणी रायपुर जगदलपुर
दूरदर्शन से प्रसारण
प्रसारण देश अनेक पत्रपत्रिकाओं में
संस्थागत प्रकाशन
कार्यक्षेत्र समाज सेवा  शिक्षा बालपत्रकारिता पर्यायवरण आदि
सम्मान पुरस्कार
1978 आकाशवाणी युवा कलाकार सम्मान
क्रमशः  सर्वश्रेष्ठ छात्रा सम्मान महाविद्यालय एवम पुरस्कार
महादेवी सम्मान
अखिल भारतीय मीनी माता सम्मान
लेखन सम्मान 
रचनाकार सम्मान 
सृजन सम्मान
अभव्यक्ति सम्मान
साहितयभूषन सम्मान
पुनः महादेवी सम्मान
देश भर की संस्थाओं से समय समय पर प्रोत्साहन , सम्मान पुरस्कार
बालपत्रकारिता केलिये प्रादेशिक सम्मानपुरस्कार
महाविद्यालय में हिंदी अध्यापन स्नात्तकोत्तर  तक सेवा 
वर्तमान में रुचि नुसार समय समय पर जनहितार्थ कार्यक्रम में संलग्न

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आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।