गिद्ध

0 0
Read Time42 Second
avinash tiwari
सिसकता बचपन गिद्धों के झुंड में
नोचते मांस पैशाचिक मंडियों में
खबर नहीं खबरनवीसों को
निकलेंगे कैंडल शहरी नहीं
घटना घटी जो झुग्गी बस्ती में
सरोकार उनसे है नहीं।।
तौलते सम्मान इनका सियासत
की तराजू में,
घुटती मसलती कलियां
आवाज गुम रुलाई में।।
शर्मसार बाज़ार घूमते सियार
घूरती हैवानियत
जिल्लत का व्यापार
क्यों करें विरोध हम
    आग यहां लगी नही
जख्म नासूर बन गए
हम रहे वही के वहीं
#अविनाश तिवारी
जांजगीर चाम्पा(छत्तीसगढ़)

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

सांसे

Tue May 21 , 2019
चेहरे पर मुस्कान रह सके ऐसा सद्कर्म कीजिए पीड़ित हो अगर कोई दुख उसका हर लीजिए संवेदना मानवीय गुण है धारण इसको कर लीजिए अच्छा सोचकर आगे बढ़ो सुधार स्वयं में कर लीजिए परमात्मा चाहते है सबसे जीवन व्यर्थ न कीजिए जो भी सांसे मिली प्रभु से उनको हंसकर जी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।