बाहर निकलो घर से
मतदान करते चलो
अपने दम पर नये
कर्मठ सरकार बनाते चलो।
खूबसूरत लोकतंत्र का
तुम ही निर्माता हो
प्रगति के पथ का
तुम ही मार्ग दर्शक
लोकतंत्र के पावन पर्व में
अपना कर्तव्य निभाते चलो।
एक भी लोग न छुटने पाए
ऐसा प्रेम दिखाते चलो
अपने नेकियो से तुम
नेक संदेश घर-घर पहुँचाते चलो।
बुढे, युवाओ और महिलाओ को
सुगमता से मतदान करवाते चलो
मजबूत देश और विकसित राष्ट्र
का भागीदार बनाते चलो।
कर्म प्रधान अव्वल हिन्दुस्तान
जन-जन के लिए बनो महान
जन सेवा परम-पुण्य
आस्था और विश्वास से
लोकतंत्र का मान-सम्मान बढाते चलो।
“आशुतोष”
नाम। – आशुतोष कुमार
साहित्यक उपनाम – आशुतोष
जन्मतिथि – 30/101973
वर्तमान पता – 113/77बी
शास्त्रीनगर
पटना 23 बिहार
कार्यक्षेत्र – जाॅब
शिक्षा – ऑनर्स अर्थशास्त्र
मोबाइलव्हाट्स एप – 9852842667
प्रकाशन – नगण्य
सम्मान। – नगण्य
अन्य उलब्धि – कभ्प्यूटर आपरेटर
टीवी टेक्नीशियन
लेखन का उद्द्श्य – सामाजिक जागृति