होली का त्योहार निराला है है भैया।
हर एक रंग की शान निराली है भैया।।
1.
लाल रंग खतरे का सूचक, हरा रंग हरियाली का।
केसरिया है त्याग शौर्य का, श्वेत रंग खुशहाली का।।
आपसी भेदभाव भुलाकर, प्रेम करो तुम सब भैया..।।
…… होली का त्योहार
2.
होली के दिन होलिका को दहन कर दिया जाता है।
सब कुछ जल जाता है लेकिन, प्रहलाद भक्त बच जाता है।।
बुराई पर जीत का, यह त्यौहार है भैया।।
……..होली का त्योहार
3.
अगले दिन धुलंडी आती, बच्चे खुश हो जाते।
आपस में एक दूजे के वो, रंग-गुलाल लगाते।।
नहीं किसी को हानि होवे, इसका ध्यान रखो भैया।।
…….होली का त्योहार
*कवि कृष्ण कुमार सैनी”राज”
दौसा,राजस्थान