प्रहार हो

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avinash tiwari
तड़प उठा है हिंदुस्तान
दहक रही सीने में ज्वाला है।
नापाकी तेरी करतूतों ने
  ह्रदय छलनी कर डाला है।
जब भी हमने दोस्ती का पैगाम
आगे लाया है।
खूनी होली खेलकर तूने कायरता
दिखाया है।
अब शब्दबाण से नही
      अग्नि वर्षा से बात होगी।
शहीदों की शहादत
यूँ न जाया होगी।।
काट लेंगे अब वो सर
 जो आज़ादी का खेल खेलता है।
कश्मीर के सेना पर पत्थर जो फेकता है।
निगाहे ढूंढ़ रही मानवधिकार के पैरोकारों को
ताले पड़े है मुंह में उनके
  आतंकी पहरेदारों को।
भारत माँ के लाल आज
तिरंगे में लिपटे सोये हैं।
स्तब्ध है मानवता
अमन में जहर तूने घोले हैं।
होगा विकराल अंजाम
सुन नापाक पाक
विश्व के नक्शे से
अब होगा तू साफ।
पीठ पीछे खंज़र चलाना
तेरी खून में शामिल है
हिंदुस्तान के शेर जागो
अब पाकी गीदड़ों की बारी है।
अब प्रहार अमिट होगा
अन्तिम निर्णय शीघ्र होगा
अखण्ड भारत का परचम
शान से फहराएगा
चीर कर सीना तेरा
लाहौर में तिरंगा लहराएगा।।
#अविनाश तिवारी
जांजगीर चाम्पा(छत्तीसगढ़)

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