पूछो न हाल 

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dhirendra
किसकी नजर लगी
इस देश को मेरे दोस्तों
शाम तो शाम
सुबह भी काली है दोस्तों ॥
इंसानियत सो रही
हैवानियत जागी है दोस्तों
युवा तो युवा
बूढ़े भी बवाली हैं दोस्तों ॥
किसी का नहीं भरोसा
सब जालिम है दोस्तों
पराये तो पराये
अपने भी बने रुदाली हैं दोस्तों ॥
सफेदपोशों का पूछो न हाल
खुद में ही उलझे हैं दोस्तों
पक्ष या विपक्ष
नेता बने गाली हैं दोस्तों ॥
कमाता है कोई
कोई लूटता है दोस्तों
देखकर भी सब
बजाते सिर्फ ताली हैं दोस्तों ॥
धर्म , संस्कृति की बातें
सब भूले हैं दोस्तों
मन तो मन
जबान भी खाली है दोस्तों ॥
नारी मर्यादा की सोंच
किताबों की शोभा है दोस्तों
दोस्त तो दोस्त
हमसफ़र भी जाली है दोस्तों ॥
मानव की प्रकृति
विकृत हुई है दोस्तों
माँ तो माँ
धरा भी बनी सवाली है दोस्तों ॥
अंधेरे की कहानी
सिर्फ गाओ न दोस्तों
काम तो काम
बात भी न ख्याली हो दोस्तों ॥
बहुरेंगे दिन
जो सोंच ले दोस्तों
दूर करो खुद से
नाउम्मीदी जो पाली है दोस्तों ॥
#आचार्य धीरेन्द्र झा 
परिचय-
संस्कृत साहित्य से आचार्य वर्षों से कविता लेखन में रत है। रचनाओं में शृंगार रस की प्रधानता होती है । प्रसाद साहित्य परिषद , हिन्दी साहित्य सम्मेलन एवम् कला संगम संस्थाओं से जुड़े है।
प्रखंड -रुन्नी सैदपुर 
सीतामढी , बिहार 

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।