मै मेहनत कश
मेहनत से न डरने वाला
साधारण हूँ बिहार का रहने वाला।
चारो ओर शोर मचा
फिर भी न जकड़ने वाला।
क्षेत्रबाद की बेडियाँ से
हमेशा जकड़ा गया
मेहनत के कारण ही
हर बार बेडियों से निकाला गया।
व्यवस्था की चूक हो
या अफवाहो का
वेवजह ही दुत्कारा गया।
भूख की आग को बूझाने
मजबूरी में प्रवासी नाम से पुकारा गया।
अगर होते यहां उचित माहौल
न उड़ता हमारा माखौल।
उद्योग धंधे चलते वेखौफ
दूसरे राज्यों में न जाते हम
शान से रहते कमाते हम।
हुनरो का न अभाव यहाँ
इच्छा शक्ति का अभाव यहाँ।
लाठी से कुछ हासिल न होगा
दूर परदेश से रोटी तो मिल जाएगी
स्वाभिमान, बेड़ियों में जकड़ जाएगी।
मेहनत का फल वो उठाएँगे
दो रोटीयाँ तुमको मिल जाएँगे
प्रवासी नाम से पुकारे जाएँगे।
नियम और अधिनियम के जाल में
उलझकर सारा जीवन
पलायित होकर ही गुजर जाएँगे।
“आशुतोष”
नाम। – आशुतोष कुमार
साहित्यक उपनाम – आशुतोष
जन्मतिथि – 30/101973
वर्तमान पता – 113/77बी
शास्त्रीनगर
पटना 23 बिहार
कार्यक्षेत्र – जाॅब
शिक्षा – ऑनर्स अर्थशास्त्र
मोबाइलव्हाट्स एप – 9852842667
प्रकाशन – नगण्य
सम्मान। – नगण्य
अन्य उलब्धि – कभ्प्यूटर आपरेटर
टीवी टेक्नीशियन
लेखन का उद्द्श्य – सामाजिक जागृति