चार दीयों से खुशहाली*

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babulal sharma
.              🌹🌹🌹🌹
एक दीप उनका का भी,
रख लेना पूजा की थाली में।🌹
जिनकी सांसे थम गई थी,
भारत माँ की रखवाली में.!!🌹

एक दीये की आशा लेकर,
अन्न  दाता  भी  बैठा  है। ।🌹
राज तो पहले रूठ रहा,
अब राम भी जिससे रूठा है।🌹

निर्धन का कोई धर्म न होता,
जाति   भी   हो  बेमानी ।।🌹
एक दीया उनका भी रखकर,
समझो  उनकी राम कहानी।।🌹

एक दीप शिक्षा का रखकर,
आखर अलख जगालो तुम।🌹
जगमग होगी दुनिया सारी,
दीपोत्सव खूब मनालो तुम।🌹

चार दीप सब सच्चे मन से,
दीपोत्सव पर रोशन करना।🌹
मन में दृढ़ सकल्प यही हो,
हमें देश हित जीना-मरना।🌹

और दीप भी खूब जलाना,
खुशी मने परिजन के साथ।🌹
खील बताशे लक्ष्मी-पूजन,
गोवर्धन,फिर दूज भी साथ।🌹

नाम– बाबू लाल शर्मा 
साहित्यिक उपनाम- बौहरा
जन्म स्थान – सिकन्दरा, दौसा(राज.)
वर्तमान पता- सिकन्दरा, दौसा (राज.)
राज्य- राजस्थान
शिक्षा-M.A, B.ED.
कार्यक्षेत्र- व.अध्यापक,राजकीय सेवा
सामाजिक क्षेत्र- बेटी बचाओ ..बेटी पढाओ अभियान,सामाजिक सुधार
लेखन विधा -कविता, कहानी,उपन्यास,दोहे
सम्मान-शिक्षा एवं साक्षरता के क्षेत्र मे पुरस्कृत
अन्य उपलब्धियाँ- स्वैच्छिक.. बेटी बचाओ.. बेटी पढाओ अभियान
लेखन का उद्देश्य-विद्यार्थी-बेटियों के हितार्थ,हिन्दी सेवा एवं स्वान्तः सुखायः

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

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